"गाता रहे मेरा व्हायोलिन" प्रभाकर जोग


"गाता रहे मेरा व्हायोलिन"


 नमस्कार नमस्कार आप पढ़ रहे हैं Maharastra Melodies   मै वैष्णवी पवार आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है मेरे इस ब्लॉग चैनल पर । आज हम "प्रभाकर जोग "जी के बरमे जाएंगे काफ़ी मशहूर हिंदी और मराठी फिल्मी दुनिया में वायलिन वादक, संगीत निर्देशक और संगीतकार थे। प्रभाकर जोग जी का जन्म 25दिसंबर 1932 मैं महाराष्ट्र के हरेगांव में हूवा था उन्हें बचपन से ही संगीता का काफ़ी शोक था इस लिए पाच साल तक पंडित गजाननराव जोशी और पंडित नारायणराव मरूलकर से शास्त्रीय संगीत सीखा। फिर धीरे धीरे फिर वायलिन बजना सिखा गए। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो (AIR) पुणे का हिस्स भी थे। 



फिर उन्होंने काफी हिंदी म्यूजिक डायरेक्टर के साथ हिंदी फिल्मों में अपनी वोइलने का म्यूजिक दिया उसमे S.D. बर्मन, लक्ष्मीकांत - प्यारेलाल ऐसे ही बहुत मशहूर लोगो के साथ प्रभाकर जोग जी ने काम किया और उनकी 21 album release हुई। यह तो काफी बढ़िया बात है जो काफी अच्छा लगता है और मुझे काफी जायदा music पसंद है। और फिर उन्होंने म्यूजिक डायरेक्टर बनकर अपना पहला गाना जो कि एक मराठी गाना था लपविल्पास तू हिरवा चाफा होते यह उन्होंने अकाशवनी रेडियो पर चलाया और एक ख़ास बात यह गान उनकी पत्नी याने कि नीला जोग जी ने गाया था । और सुधीर फड़के के साथ गीतरामायण सीरियल मै म्यूजिक का काम किया था वह स्टेज शो के लिए भी काफी मशहूर थे ।श्री गुरुदेव दत्त फिल्म में अपना पहला पदार्पण दिया था । और उन्हे 2015 मै लाता मंगेशकर जीवनगौरव पुरस्काराने सन्मानित किया गाया और zee Marathi तरफे 2019 मै जीवनगौरव पुरस्कार प्रदान किया गाय। पर आज वह हमारे बीच नहीं हैं पर आज भी मराठी और हिंदी फिल्मी दुनिया उन्हे याद करती है उनकी एक टैग लाइन थी "गाता रहे मेरा व्हायोलिन" 



तो यह थी कहनी प्रभाकर जोग जी की उनके साथी व्हायोलिन के साथ तो मिलते है जल्द ऐसे ही दूसरे Melodies के साथ तब तक के लिए " नमस्कार असो माझा" .








Comments

Popular posts from this blog

हटके आवाज हेमा सरदेसाई

मी वसंतराव