नमस्कार नमस्कार आप पढ़ रहे हैं Maharastra Melodies मै वैष्णवी पवार आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है मेरे इस ब्लॉग चैनल पर । आज हम जानने वाले हैं अजय अतुल, जी के बारे में। अशोक गोगावले के घर पर 21 अगस्त 1976 अजय गोगावले जी का जन्म हुआ और 11 सितंबर 1974 मै अतुल गोगावले जी का जन्म हवा उनका जन्म पुणे यहां राजगुरू नगर में हुआ उनके पिता की सरकारी नौकरी होने की वजह से हर माह में उनकी बदली होती रहती थी। जब यह दोनों स्कूल में थे तब एक कविताओं को और में गाते थे पर इन दोनों को पढ़ाई में कोई भी दिलचस्पी नहीं थी जितना उन्हें संगीत में थी जैसे कि बंद पाठक मंदिर के भजन कीर्तन वहां जाकर वह गया करते थे बचपन में घर में बाबासाहेब देशमुख इनका पोवाडा सुनते थे वह वही पोवाडा अतुल जी ने पूरा का पूरा पाठ कर लिया था जहां पर अतुल रुक जाते थे वहीं से अजय गया करते थे । अतुल ने यही पोवाडा बलशाही के बालासाहेब ठाकरे और शाहिर दादा कोंडके दोनों के सामने पेश किया तब इन दोनों ने खुश होकर इन दोनों भाइयों को गले में हाथ डालकर इनका काफी ज्यादा सम्मान किया गया । उन दोनों को इतनी ज्यादा खुशी हुई तब की हमें एक दो बड़े व्यक्तियों ने हार पहनाया तो उन्होंने काफी दिनों तक उसे हर को जप उसकी काफी ज्यादा ख्याल रखा । की दोनों साइकिल पर बैठकर घूमने जाते थे तब जहां पर अतुल गाना गाता था और वह रुक जाता था तब अजय गाना शुरू करता था इनकी साइकिल उन्हें काफी ज्यादा लकी पड़ गई। फाइनेंशियल प्रोबलम की वजह से उनके पास कोई भी वाद्य नहीं था दोनों को जहां पर भी संगीत की आवाज आई वह दौड़े चले जाते थे।
उनके घर पर कोई मेहमान आते थे तब वह म्यूजिक कब दबे और कांच के गिलास बजाकर क्रिएट करते थे । और उनके जीवन की गाड़ी और अच्छे ट्रैक पर आ गई और उन्हें पुणे में काम मिल गया और वहां पर एक जाने माने डायरेक्टर ने उन्हें बिल्कुल फ्री में हारमोनियम गिफ्ट कर दिया । फिर 2004 में इन्हें मुंबई में आने का मौका मिला मुंबई में वह कहां रहेंगे तो उन्होंने स्टूडियो में ही रहना शुरू कर दिया फिर प्रमोद शंकर जी ने टाइम्स म्यूजिक में एक एल्बम बनाने की इन दोनों को संधि मिलगए का पहला एल्बम विश्व विनायक ।
संस्कृत का यह एल्बम उन्होंने काफी सारे नॉन मराठी सिंगर से गवाया उन्हें महाराष्ट्र में संगीतकार इस शब्द से नवाजा गया था । मराठी में गायक और हिंदी में गोद गुप्त संगीत देने वाले अजय अतुल उनकी किस्मत ही चमक गई । फिर अगा बाई अरे अच्छ इस चित्रपट की सारी गाने इन्होंने ही लिखी थी और म्यूजिक भी दिया था और काफी ज्यादा फेमस हुई थी यह सारे सॉन्ग । उसके बाद श्री युद्ध गंगाधर टिप्पणी, ढूंढ मनाचा लहरी , एनसीसी सीरियस को इन्होंने खुद म्यूजिक दिया मराठी सीरियल्स को मराठी और हिंदी इन दोनों इंडस्ट्री में इन दोनों ने मैं उनको यश हासिल हुआ ।
विश्व विनायक एल्बम के बाद बी ढूंढ, मीरा काहे कॉलेज कॉलेज, संग संग हो तुम जैसे काफी सारे एल्बम में उन्होंने काम किया फिर यात्रा, सावरखेड एक गांव , जबरदस्त , बंद प्रेमाचे, साडे माडे 3 , चेक मेट तुझ्या ,माझ्या संसाराला आणि काय हवं ,उलाढाला एकदा धोबी पछाड, रिंगा रिंगा ,भारतीय, टपाल , जोगवा दुसरी तरफ ,विरुद्ध, वह लाइफ हो तो ऐसी माय फ्रेंड पिंटू अग्निपथ बोल बच्चन एक जैसे हिंदी सेनन में उन्होंने अपने म्यूजिक दिया है । 56 ईयर में उन्होंने काफी सारे मराठी चित्रपट इतिहास में मराठी संगीत नेक राष्ट्रीय पुरस्कार जीता और यह मानानी पुरस्कार अजय अतुल को मिला ।यह थे हमारे आज के melodie कि कहानी मिलते हैं इसे किसी melodie ऐसे ही के साथ अब तक के लिए नमस्कार असो माझा ।
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